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RBI Cuts Repo Rate – April 2025

Wed 09 Apr, 2025

संदर्भ :- 

  • भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की 54वीं और वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली बैठक का आयोजन 7 से 9 अप्रैल 2025 तक मुंबई में किया गया।
  • बैठक में RBI के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने रेपो रेट को 6.25% से घटाकर 6.00% किया, जो तत्काल प्रभाव से लागू हो गया।
  • यह उनके कार्यकाल में लगातार दूसरी बार रेपो दर में कटौती है।

प्रमुख घोषणाएँ

मापदंड अप्रैल 2025 की स्थिति
रेपो रेट 6.00% (25 बीपीएस की कटौती)
स्थायी जमा सुविधा (SDF) 5.75%
सीमांत स्थायी सुविधा (MSF) 6.25%
बैंक रेट 6.25%
नीति रुख सहायक (Accommodative)
जीडीपी अनुमान (FY26) 6.5% (पहले 6.7% था)
मुद्रास्फीति अनुमान (FY26) 4%

निर्णय के पीछे कारण

  • नीतिगत रुख में बदलाव: "न्यूट्रल" से "सहायक" की ओर बदलाव संकेत देता है कि भविष्य में केवल रेपो दर में कटौती या स्थिति यथावत रखी जा सकती है।
  • विकास पर दबाव: अमेरिका द्वारा भारतीय निर्यात पर 26% टैरिफ जैसे बाहरी झटकों से विकास दर पर असर पड़ा है।
  • मुद्रास्फीति नियंत्रण: खाद्य वस्तुओं की कीमतों में गिरावट के कारण मुद्रास्फीति में कमी देखी गई है।

वैश्विक परिप्रेक्ष्य

  • वैश्विक अनिश्चितताओं और व्यापार संबंधी बाधाओं के कारण आरबीआई को विकास को समर्थन देना पड़ा।
  • बॉन्ड यील्ड: 10-वर्षीय सरकारी बॉन्ड की यील्ड घटकर 6.50% हुई।
  • रुपया: ₹86.61/$ हुआ, थोड़ी गिरावट।
  • स्टॉक मार्केट: सेंसेक्स में 0.5% और निफ्टी में 0.7% की गिरावट।

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के बारे में

तथ्य विवरण
स्थापना 1 अप्रैल 1935 (RBI अधिनियम, 1934 के अंतर्गत)
राष्ट्रीयकरण 1 जनवरी 1949
मुख्यालय मुंबई
वर्तमान गवर्नर संजय मल्होत्रा
पहले भारतीय गवर्नर सी. डी. देशमुख
प्रमुख कार्य मौद्रिक नीति, मुद्रा निर्गमन, बैंकिंग विनियमन, विदेशी मुद्रा प्रबंधन
रेपो दर की शुरुआत वर्ष 2000
मुद्रास्फीति लक्ष्य 4% ±2% (FRBM अधिनियम, 2016 के तहत)

मौद्रिक नीति समिति (MPC) के बारे में

तथ्य विवरण
गठन 2016, RBI अधिनियम में संशोधन के बाद
सदस्य 6 सदस्य (3 RBI से और 3 केंद्र सरकार द्वारा नामित)
अध्यक्ष RBI गवर्नर
कार्य मुद्रास्फीति नियंत्रण के साथ आर्थिक विकास को संतुलित करना
बैठकें कम से कम वर्ष में 4 बार
निर्णय प्रक्रिया प्रत्येक सदस्य का एक वोट, टाई की स्थिति में गवर्नर को निर्णायक वोट

मौद्रिक नीति के विभिन्न रुख (Stances)

नीति रुख (Stance) अर्थ
सहायक (Accommodative) भविष्य में दरों में कटौती की संभावना अधिक
न्यूट्रल (Neutral) मौजूदा आर्थिक स्थिति के आधार पर दर बढ़ भी सकती है या घट भी सकती है
हॉकिश (Hawkish) मुद्रास्फीति पर नियंत्रण हेतु दरों में वृद्धि का संकेत
डोविश (Dovish) आर्थिक विकास को प्राथमिकता, दरों में कटौती की प्रवृत्ति

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