01 May, 2025
जल जीवन मिशन के तहत उपलब्धियां
Tue 25 Mar, 2025
संदर्भ :-
- भारत सरकार ने जल जीवन मिशन के तहत देश के लगभग 89% स्कूलों और 85% आंगनवाड़ी केंद्रों में नल के पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की है।
- यह उपलब्धि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल की पहुंच बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
मुख्य बिन्दु :-
- भारत सरकार राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों के साथ साझेदारी में जल जीवन मिशन (JJM) के तहत प्रत्येक ग्रामीण परिवार को नल के माध्यम से सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराने का कार्य कर रही है।
- 1 फरवरी, 2025 तक, जल जीवन मिशन (JJM) ने 12.20 करोड़ अतिरिक्त ग्रामीण घरों में नल के पानी के कनेक्शन सफलतापूर्वक प्रदान किए हैं, जिससे कुल कवरेज 15.44 करोड़ से अधिक घरों तक पहुँच गई है, जो भारत के सभी ग्रामीण घरों का 79.74% है। यह उपलब्धि मिशन में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
- केंद्र सरकार ने जल जीवन मिशन के लिए वित्तीय वर्ष 2025-26 में 67,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है, जिससे शेष ग्रामीण परिवारों को नल जल कनेक्शन प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है। इस मिशन का लक्ष्य 2028 तक हर ग्रामीण परिवार को स्वच्छ और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराना है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, जब सभी परिवारों को नल के माध्यम से पानी मिलेगा, तो प्रतिदिन 5.5 करोड़ घंटों की बचत होगी, जो पहले जल संग्रहण में खर्च होते थे।
- WHO का अनुमान है कि इस पहल से डायरिया जैसी बीमारियों से प्रतिवर्ष लगभग 4 लाख लोगों की मृत्यु को रोका जा सकेगा।
- इससे 1.40 करोड़ विकलांगता समायोजित जीवन वर्ष (DALY) जोड़े जाएंगे।
- नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर माइकल क्रेमर के अनुसार, स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता से पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर 30% घटेगी, जिससे प्रति वर्ष 1.36 लाख बच्चों की जान बचाई जा सकेगी।
जल जीवन मिशन:
जल जीवन मिशन (JJM)
- शुभारंभ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 15 अगस्त 2019 को।
- लक्ष्य: वर्ष 2024 तक प्रत्येक ग्रामीण घर में नल जल की उपलब्धता सुनिश्चित करना।
- शुरुआत में: केवल 3.23 करोड़ (17%) ग्रामीण परिवारों के पास नल जल कनेक्शन था।
- वर्तमान स्थिति (1 फरवरी 2025):
- 15.44 करोड़ (79.74%) ग्रामीण परिवारों को नल जल कनेक्शन मिला।
हर घर जल पहल:
- 189 जिले रिपोर्टेड, 108 प्रमाणित।
- 1,862 ब्लॉक रिपोर्टेड, 892 प्रमाणित।
- 1,18,230 पंचायतें रिपोर्टेड, 79,402 प्रमाणित।
- 2,51,579 गांव रिपोर्टेड, 1,53,193 प्रमाणित।
- 100% नल जल कनेक्शन प्राप्त राज्य/केंद्र शासित प्रदेश:
- गोवा, अंडमान और निकोबार, दादरा नगर हवेली और दमन दीव, हरियाणा, तेलंगाना, पुडुचेरी, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश।
उद्देश्य: -
- जल जीवन मिशन के व्यापक उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
- प्रत्येक ग्रामीण परिवार को कार्यात्मक घरेलू नल कनेक्शन (एफएचटीसी) उपलब्ध कराना।
- गुणवत्ता प्रभावित क्षेत्रों, सूखाग्रस्त क्षेत्रों, रेगिस्तानी क्षेत्रों और सांसद आदर्श ग्राम योजना (एसएजीवाई) गांवों में एफएचटीसी प्रावधान को प्राथमिकता देना।
- स्कूलों, आंगनवाड़ी केन्द्रों, ग्राम पंचायत भवनों, स्वास्थ्य एवं कल्याण केन्द्रों तथा सामुदायिक भवनों में कार्यात्मक नल कनेक्शन सुनिश्चित करना।
- नल कनेक्शन की कार्यक्षमता की निगरानी करना।
- नकद, वस्तु या श्रमदान के माध्यम से स्थानीय समुदाय के बीच स्वैच्छिक स्वामित्व को बढ़ावा देना।
- जल स्रोतों, बुनियादी ढांचे और नियमित संचालन और रखरखाव के लिए वित्तपोषण सहित जल आपूर्ति प्रणालियों की स्थिरता सुनिश्चित करना।
- जल क्षेत्र में मानव संसाधनों को सशक्त एवं विकसित करना, जिसमें निर्माण, प्लंबिंग, विद्युत कार्य, जल गुणवत्ता प्रबंधन, जल उपचार, जलग्रहण क्षेत्र संरक्षण आदि शामिल हैं।
- सुरक्षित पेयजल के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना तथा जल को सभी की जिम्मेदारी बनाने के लिए हितधारकों को शामिल करना।
गुणवत्ता आश्वासन और निगरानी :
- प्रयोगशाला परीक्षण: 2,162 प्रयोगशालाओं के नेटवर्क ने 66.32 लाख पानी के नमूनों का परीक्षण किया।
फील्ड टेस्टिंग किट (FTK):
- 24.80 लाख महिलाओं को FTK का उपयोग करके पानी की जांच करने का प्रशिक्षण दिया गया।
- अब तक 85.39 लाख नमूनों का परीक्षण FTK के माध्यम से किया जा चुका है।
- लाभ: इससे संदूषण का जल्द पता लगाना और गांवों में पानी की गुणवत्ता की बेहतर निगरानी सुनिश्चित हुई है।
जल शक्ति अभियान: वर्षा जल संचयन:
- शुरुआत: 2019 में "जल शक्ति अभियान: कैच द रेन" (JSA: CTR) शुरू किया गया।
- लक्ष्य: लोगों की भागीदारी के माध्यम से जल संरक्षण को बढ़ावा देना।
- 2023 थीम: 'पेयजल के लिए स्रोत स्थिरता', जिसका उद्देश्य जल स्रोतों को टिकाऊ बनाना था।
- 2024 थीम: 'नारी शक्ति से जल शक्ति', जिसमें जल संरक्षण में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर किया गया।
- 2025 थीम : “जल संरक्षण के लिए लोगों की कार्रवाई - सामुदायिक संपर्क को बढ़ाने की दिशा में”
विश्व जल दिवस :
- तिथि: प्रतिवर्ष 22 मार्च को मनाया जाता है।
- उद्देश्य: जल संरक्षण, जल की महत्ता और स्वच्छ जल की उपलब्धता के प्रति जागरूकता बढ़ाना
- प्रारंभ: 1993 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा घोषित
- 2025 के विश्व जल दिवस का विषय - ग्लेशियर संरक्षण
- संबंधित एजेंसियां: संयुक्त राष्ट्र जल एजेंसी (UN-Water) के समन्वय में विभिन्न संगठन इस दिवस का आयोजन करते हैं