28 May, 2025
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC)
Fri 27 Sep, 2024
संदर्भ
- अगले वर्ष संयुक्त राष्ट्र (UN) की 80वीं वर्षगांठ के उपलक्ष में, ग्रुप ऑफ फोर (G4) के सदस्य देश - भारत, ब्राजील, जर्मनी और जापान ने 26 सितंबर, 2024 को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की स्थायी सदस्यता और सुधार की मांग सामने रखी है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद
- संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद संयुक्त राष्ट्र का एक प्रमुख अंग है, जिसे अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय V में वर्णित है।
- स्थापना: 1945 में संयुक्त राष्ट्र चार्टर द्वारा की गई थी।
संरचना:
सदस्य: सुरक्षा परिषद में 15 सदस्य (5+10) देश होते हैं:
- स्थायी सदस्य: पांच स्थायी सदस्य हैं - संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस और यूनाइटेड किंगडम। इन देशों को वीटो पावर प्राप्त है, जिसका अर्थ है कि वे किसी भी प्रस्ताव को रद्द कर सकते हैं।
- अस्थायी सदस्य: दस अस्थायी सदस्य देशों को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा दो साल के लिए चुना जाता है।
कार्य:
- अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखना
- अंतर्राष्ट्रीय विवादों को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाना
- शांति स्थापना मिशन को अधिकृत करना
- आर्थिक प्रतिबंध लगाना
- सैन्य कार्रवाई को अधिकृत करना
सुरक्षा परिषद और भारत:
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और भारत के बीच का संबंध अंतर्राष्ट्रीय राजनीति का एक महत्वपूर्ण पहलू है। भारत लंबे समय से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक स्थायी सीट के लिए प्रयासरत है।
क्यों भारत चाहता है सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता?
- अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव: एक स्थायी सदस्य के रूप में, भारत अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अपनी आवाज को और अधिक प्रभावशाली बना सकता है।
- दक्षिण एशिया में नेतृत्व: भारत दक्षिण एशिया का एक प्रमुख देश है और इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- विकासशील देशों का प्रतिनिधित्व: भारत एक बड़ी आबादी वाला विकासशील देश है और वह विकासशील देशों के हितों का प्रतिनिधित्व करना चाहता है।
- संयुक्त राष्ट्र सुधार: भारत का मानना है कि संयुक्त राष्ट्र को 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने के लिए सुधार की आवश्यकता है और वह इस सुधार प्रक्रिया में एक सक्रिय भूमिका निभाना चाहता है।
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