10 January, 2025
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY)
Tue 06 Aug, 2024
संदर्भ
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों द्वारा दिए गए मुद्रा ऋणों से जुड़ी गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (NPAs) में चालू वित्त वर्ष में कमी आई है।
2023-24 में मुद्रा लोन पर NPA घटकर 3.4% रह गया है, जो 2020-21 में 4.77%, 2019-20 में 4.89% और 2018-19 में 3.76% था।
PMMY:
प्रारंभ: 8 अप्रैल, 2015
मुख्य उद्देश्य: लघु उद्यमों के लिये संपार्श्विक-मुक्त संस्थागत ऋण प्रदान करना
वित्तपोषण: ऋण देने वाले संस्थानों में अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (SCB), क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (RRB), गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (NBFC) और सूक्ष्म वित्त संस्थान (MFI) शामिल हैं।
विभिन्न उद्देश्यों के लिए ऋण का उपयोग किया जा सकता है।
तीन तरह के ऋण दिए जाते हैं
शिशु लोन | 50,000 रुपये तक |
किशोर लोन | 50,001 रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक |
तरुण लोन | 5 लाख रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक |
बजट 2024-25 में ‘तरुण’ श्रेणी के अंतर्गत मुद्रा ऋणों की सीमा मौजूदा 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख रुपए कर दिया गया। |
महिलाओं के लिए समान योजनाएँ
- स्त्री शक्ति योजना 2024: केंद्र सरकार ने स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (SBI) के साथ मिलकर स्त्री शक्ति योजना 2024 की शुरुआत की है. इसका मकसद महिलाओं को सशक्त बनाना है।
- एकल महिला स्वरोजगार योजना: इस योजना के तहत, बेसहारा महिलाओं को स्वरोज़गार शुरू करने के लिए 1 लाख रुपये तक की आर्थिक मदद दी जाती है।