10 January, 2025
Axiom-4 मिशन
Mon 05 Aug, 2024
संदर्भ
भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला और ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के आगामी Axiom-4 मिशन के लिए प्रशिक्षण हेतु अमेरिका जाने के लिए चुना गया है।
Axiom-4 मिशन
- यह अंतरिक्ष यात्रियों को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) ले जाने वाला मिशन है।
- यह नासा और एक निजी अमेरिकी कंपनी Axiom स्पेस का चौथा निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन है।
- उद्देश्य: फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से अगस्त 2024 में प्रक्षेपण करना तथा चौदह दिनों की अवधि के लिए ISS से जुड़ना
- भारत-अमेरिका अंतरिक्ष सहयोग लक्ष्यों के तहत अंतरिक्ष यात्री नासा, अंतर्राष्ट्रीय भागीदारों और स्पेसएक्स के साथ प्रशिक्षण लेंगे।
- Axiom स्पेस ने स्पेसएक्स को अंतरिक्ष स्टेशन से आने-जाने के लिए परिवहन के लिए प्रक्षेपण प्रदाता के रूप में अनुबंधित किया है और निजी अंतरिक्ष यात्रियों को ड्रैगन अंतरिक्ष यान के प्रणाली, प्रक्रियाओं और आपातकालीन तैयारियों से परिचित कराया है।
अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS)
- अंतरिक्ष स्टेशन एक प्रकार का अंतरिक्ष यान है जो पृथ्वी की परिक्रमा करता है और जहाँ अंतरिक्ष यात्री वैज्ञानिक अनुसंधान उद्देश्यों के लिए लंबे समय तक रह सकते हैं।
- वर्तमान में, दो पूरी तरह कार्यात्मक मानवयुक्त अंतरिक्ष स्टेशन पृथ्वी की परिक्रमा करते हैं: अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन और चीनी तियांगोंग अंतरिक्ष स्टेशन
- अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन 1998 में लॉन्च किया गया था।
- यह यूरोप, संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, कनाडा और जापान की एक संयुक्त परियोजना है।
- रूस ने घोषणा की है, कि वह 2024 के अंत तक अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन परियोजना से हट जाएगा।
- अंतरिक्ष यात्री विभिन्न शोध परियोजनाओं का संचालन करने के लिए ISS का उपयोग करते हैं, जो पृथ्वी से लगभग 400 किमी (250 मील) ऊपर स्थित है।