12 November, 2024
मुद्रा एवं वित्त पर रिपोर्ट, 2023-24
Wed 31 Jul, 2024
संदर्भ
- भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के द्वारा 'मुद्रा एवं वित्त पर रिपोर्ट (Report on Currency and Finance - RCF) 2023-24' जारी की गयी है।
मुख्य बिंदु
- डिजिटल क्रांति: भारत डिजिटल क्रांति में सबसे आगे है। डिजिटल क्रांति बैंकिंग बुनियादी ढांचे और सार्वजनिक वित्त प्रबंधन प्रणालियों को सक्रिय करती है, जिसमें प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण और कर संग्रह शामिल हैं।
- डिजिटल अर्थव्यवस्था: भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था का वर्ष 2026 तक देश के सकल घरेलू उत्पाद में 20% योगदान होने की उम्मीद है। इसका वर्तमान योगदान लगभग 10% है।
- भारत में इंटरनेट की पहुंच 2023 में 55 प्रतिशत होगी।
- गत तीन वर्षों में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या में 199 मिलियन की वृद्धि हुई है।
- भारतीय रिजर्व बैंक, केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (CBDC) ई-रुपी के पायलट परीक्षण में सबसे आगे है।
मोबाइल डेटा उपयोगिता:
- भारत में प्रति गीगाबाइट (GB) डेटा की खपत दुनिया भर में सबसे कम है, जो औसतन 13.32 रुपये (USD 0.16) प्रति GB है।
- भारत दुनिया में सबसे ज़्यादा मोबाइल डेटा खपत वाले देशों में से एक है, जहाँ 2023 में प्रति उपयोगकर्ता प्रति माह औसत खपत 24.1 GB होगी।
डिजिटलीकरण की चुनौतियाँ:
- जटिल वित्तीय उत्पाद
- अधिक परस्पर जुड़ाव की कमी
- साइबर सुरक्षा जोखिम
- वित्तीय धोखाधड़ी और ग्राहक सुरक्षा,
- मैक्रो-वित्तीय स्थिरता के लिए निहितार्थ संबंधी जटिलताएं
भारतीय रिज़र्व बैंक (Reserve Bank of India-RBI)
- स्थापना: 1 अप्रैल, 1935 (भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 के प्रावधानों के अनुसार)
- पूर्व में RBI को कोलकाता में स्थापित किया गया था, जिसे वर्ष 1937 में स्थायी रूप से मुंबई में स्थानांतरित कर दिया गया।
- राष्ट्रीयकरण: वर्ष 1949 में
- मुख्यालय: मुंबई
- गवर्नर: शक्तिकांत दास
मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee - MPC)
- गठन (27 जून, 2016): भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 45ZB के तहत किया गया।
- संरचना: धारा 45ZB के अनुसार MPC में 6 सदस्य होते हैं:
- पदेन अध्यक्ष: RBI के गवर्नर
- प्रभारी: डिप्टी गवर्नर
- केंद्रीय बोर्ड द्वारा नामित बैंक का एक अधिकारी एवं
- केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त 3 व्यक्ति