20 November, 2024
कृत्रिम बुद्धिमत्ता तैयारी सूचकांक
Tue 02 Jul, 2024
संदर्भ
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने हाल ही में अपने व्यापक कृत्रिम बुद्धिमत्ता तैयारी सूचकांक (AIPI) डैशबोर्ड का अनावरण किया है। यह अभिनव उपकरण 174 देशों का मूल्यांकन करता है और उन्हें AI तकनीकों को अपनाने और लागू करने की उनकी तत्परता के आधार पर रैंक करता है। डैशबोर्ड का उद्देश्य यह जानकारी प्रदान करना है कि प्रत्येक देश आर्थिक और सामाजिक लाभों के लिए AI का लाभ उठाने के लिए कितना तैयार है।
मुख्य बिंदु:
1. उद्देश्य और सार्वजनिक उपलब्धता
- उद्देश्य: विश्व स्तर पर AI के प्रति देशों की तत्परता का मूल्यांकन करना और AI प्रौद्योगिकियों का प्रभावी ढंग से उपयोग करने की उनकी क्षमताओं को समझना।
- उपलब्धता: AIPI डैशबोर्ड को IMF की आधिकारिक वेबसाइट पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराया गया है।
2. देशों की रेटिंग और श्रेणियाँ/ वर्गीकरण
- श्रेणियाँ: AIPI देशों को तीन समूहों में वर्गीकृत करता है: निम्न आय वाले देश (LICs), उभरती बाजार अर्थव्यवस्थाएं (EMs), और उन्नत अर्थव्यवस्थाएं (AEs)।
- AE में शीर्ष प्रदर्शनकर्ता:
- सिंगापुर: 0.80
- डेनमार्क: 0.78
- संयुक्त राज्य अमेरिका: 0.77
- भारत का प्रदर्शन:
- श्रेणी: उभरती बाजार अर्थव्यवस्था (EM)
- स्कोर: 0.49
- वैश्विक रैंक: 72वां
- पड़ोसियों से तुलना:
- बांग्लादेश: 113वां (0.38)
- श्रीलंका: 92वां (0.43)
- चीन: 31वां (0.63)
3. मूल्यांकन के मानदंड
- डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर
- मानव पूंजी और श्रम बाजार नीतियाँ
- रचनात्मकता और आर्थिक एकीकरण
- नियम और विनियम: ये मानदंड सामूहिक रूप से किसी देश की AI प्रौद्योगिकियों का उपयोग करने की क्षमता निर्धारित करते हैं।
4. वैश्विक रोजगार पर AI के प्रभाव
- उन्नत अर्थव्यवस्थाएँ: AI लगभग 33% नौकरियों को प्रभावित कर सकता है।
- उभरते बाजार: AI लगभग 24% नौकरियों को प्रभावित कर सकता है।
- कम आय वाले देश: AI 18% नौकरियों को खतरे में डाल सकता है।
- वैश्विक प्रभाव: कुल मिलाकर, AI दुनिया भर में लगभग 40% नौकरियों को प्रभावित कर सकता है।
- सकारात्मक पहलू: संभावित नौकरी व्यवधानों के बावजूद, AI से उत्पादकता बढ़ाने और नए उद्योगों और रोजगार के अवसरों के सृजन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
5. AI, असमानता और नीति प्रतिक्रिया
- आर्थिक असमानता: AI का तीव्र विकास आर्थिक असमानता को बढ़ा सकता है।
- उत्पादकता और रोजगार सृजन: इसके विपरीत, AI उत्पादकता को काफी बढ़ा सकता है, रोजगार पैदा कर सकता है और नए उद्योग की शुरुआत हो सकती है।
- नीतिगत मार्गदर्शन: AIPI डैशबोर्ड का उद्देश्य नीति निर्माताओं, शोधकर्ताओं और जनता को AI की प्रगति से समान लाभ सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक डेटा उपलब्ध कराना है।
भारत के लिए इस सूचकांक का महत्व:
- वैश्विक स्थिति: भारत की 72वीं रैंक डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, मानव पूंजी और विनियामक ढांचे में महत्वपूर्ण सुधारों की आवश्यकता को दर्शाती है, ताकि AI की तत्परता को बढ़ाया जा सके।
- नीतिगत निहितार्थ: नीति निर्माताओं को इन क्षेत्रों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि भारत आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए AI प्रौद्योगिकियों का पूरी तरह से लाभ उठा सके।
- नौकरी बाजार की गतिशीलता: AI द्वारा प्रस्तुत संभावित नौकरी व्यवधानों और अवसरों को समझना व्यापक रोजगार और शैक्षिक नीतियों को विकसित करने के लिए महत्वपूर्ण है।
- वैश्विक तुलना: पड़ोसी देशों और वैश्विक नेताओं के साथ भारत की AI तत्परता की तुलना सर्वोत्तम प्रथाओं और विशिष्ट क्षेत्रों में अंतर्दृष्टि प्रदान कर सकती है।
- भविष्य की संभावनाएँ: जैसे-जैसे AI विकसित होता रहेगा, AI तत्परता पर भारत का रणनीतिक ध्यान प्रतिस्पर्धात्मकता बनाए रखने और सतत विकास प्राप्त करने में महत्वपूर्ण होगा।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) को बढ़ावा देने के लिए भारत की पहल
वर्ष | पहल | विवरण |
2018 | AI के लिए राष्ट्रीय रणनीति (नीति आयोग) | समावेशी विकास के लिए AI का लाभ उठाना और स्वास्थ्य सेवा, कृषि, शिक्षा, स्मार्ट सिटी और स्मार्ट मोबिलिटी जैसे क्षेत्रों में सामाजिक आवश्यकताओं को संबोधित करना। |
2019 | राष्ट्रीय AI पोर्टल (IndiaAI) | भारत में AI से संबंधित विकास के लिए वन-स्टॉप डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के रूप में सेवा करने के लिए पेश किया गया, जिसमें संसाधन, शोध और सूचनाएं शामिल हैं। |
2020 | AI फॉर ऑल | NITI आयोग ने "AI for All" पहल को शुरू करने के लिए IBM के साथ भागीदारी की, जिसका उद्देश्य छात्रों और शिक्षकों को AI से जुड़े अवधारणाओं के बारे में प्रशिक्षण देना है। |
2021 | राष्ट्रीय AI मिशन | सरकार ने स्वास्थ्य सेवा, कृषि और शिक्षा जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करते हुए AI नवाचार और अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए एक राष्ट्रीय AI मिशन की स्थापना का प्रस्ताव रखा। |
2021 | AI मानक | भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) ने नैतिक और जिम्मेदार AI संबंधी विकास सुनिश्चित करने के लिए AI के लिए मानक जारी किए। |
2023 | स्वास्थ्य सेवा में AI | स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने निदान और रोगी देखभाल पर ध्यान केंद्रित करते हुए AI को स्वास्थ्य सेवाओं में एकीकृत करने की पहल की घोषणा की। |
2024 | कृषि के लिए AI | कृषि मंत्रालय ने उत्पादकता और स्थिरता बढ़ाने के लिए सटीक खेती (precision farming), फसल निगरानी और कीट प्रबंधन के लिए AI-आधारित समाधान पेश किए। |
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF)
- 1944 में ब्रेटन वुड्स सम्मेलन में स्थापित
- वाशिंगटन, डी.सी., संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थित
- इसमें 190 सदस्य देश शामिल हैं।
- प्रबंध निदेशक: क्रिस्टालिना जॉर्जीवा