28 April, 2025
उष्णकटिबंधीय चक्रवात
Sat 25 May, 2024
संदर्भ
- भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार बंगाल की खाड़ी में चक्रवात रेमल (Cyclone Remal) उतपन्न हो रहा है। जिसके फलस्वरूप 26-27 मई को पश्चिम बंगाल, उत्तरी ओडिशा, मिजोरम, त्रिपुरा और दक्षिण मणिपुर के तटीय जिलों में भारी वर्षा होगी।
प्रमुख बिन्दु
- यह एक उष्णकटिबंधीय चक्रवात है। इस सीजन का पहला चक्रवात भी है । जिसके कारण मॉनसून के आगमन से पूर्व ही भारी वर्षा होगी।
उष्णकटिबंधीय चक्रवात के बारे में
- उष्णकटिबंधीय चक्रवात की उत्पत्ति उत्तरी व दक्षिणी गोलार्द्धों में 8 डिग्री अक्षांश से 15 डिग्री अक्षांश के मध्य महासागर की सतह पर होती है। ये विध्वंसक प्राकृतिक आपदा माने जाते हैं।
- इन्हें हिंद महासागर में चक्रवात, चीन सागर में टाइफून, जापान सागर में टाइफू, पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में विली-विली तथा कैरीबियन सागर में हरिकेन कहा जाता है।
- उत्तरी हिंद महासागर (बंगाल की खाड़ी और अरब सागर) में इन चक्रवातों की उत्पत्ति की औसत वार्षिक आवृत्ति लगभग 5 है।
- गौरतलब है कि उत्तरी गोलार्द्ध में इनकी दिशा वामावर्त (Counter Clockwise) और दक्षिणी गोलार्द्ध में दक्षिणावर्त (Clockwise) होती है।
- उष्ण कटिबंधीय चक्रवात अत्यधिक विनाशकारी वायुमंडलीय तूफान होते हैं, जिनकी उत्पत्ति कर्क एवं मकर रेखाओं के मध्य महासागरीय क्षेत्र में होती है, तत्पश्चात् इनका प्रवाह स्थलीय क्षेत्र की तरफ होता है।
- ITCZ के प्रभाव से निम्न वायुदाब के केंद्र में विभिन्न क्षेत्रों से पवनें अभिसरित होती हैं तथा कोरिऑलिस बल के प्रभाव से वृत्ताकार मार्ग का अनुसरण करती हुई ऊपर उठती हैं। फलत: वृत्ताकार समदाब रेखाओं के सहारे उष्ण कटिबंधीय चक्रवात की उत्पत्ति होती है।
- व्यापारिक पूर्वी पवन की पेटी का अधिक प्रभाव होने के कारण सामान्यत: इनकी गति की दिशा पूर्व से पश्चिम की ओर रहती है।
- ये चक्रवात सदैव गतिशील नहीं होते हैं। कभी-कभी ये एक ही स्थान पर कई दिनों तक स्थायी हो जाते हैं तथा तीव्र वर्षा करते हैं।
- उष्ण कटिबंधीय चक्रवात के मध्य/केंद्र में शांत क्षेत्र पाया जाता है, जिसे ‘चक्रवात की आँख’कहते हैं।
उष्ण कटिबंधीय चक्रवातों के प्रमुख क्षेत्र
- कैरेबियन सागर
- चीन सागर
- हिंद महासागर
- ऑस्ट्रेलिया
परीक्षापयोगी महत्वपूर्ण तथ्य
- चक्रवातों के नाम & क्षेत्र
- टाइफून: दक्षिण पूर्व एशिया और चीन
- हरिकेन : उत्तरी अटलांटिक पूर्वी प्रशांत क्षेत्र
- विली-विली : उत्तर पश्चिम ऑस्ट्रेलिया
- साइक्लोन : दक्षिण पश्चिम प्रशांत और हिन्द महासागर
- टॉरनैडो : पश्चिम अफ्रीका और दक्षिणी संयुक्तराज्य अमेरिका
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMO)
- गठन– वर्ष, 1875
- मुख्यालय– नई दिल्ली
- क्षेत्रीय कार्यालय– चेन्नई, मुंबई, कोलकाता, नागपुर, गुवाहाटी, नई दिल्ली
- मंत्रालय– पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय