28 May, 2025
उत्तराखंड के वनों में लगी आग एवं क्लाउड सीडिंग
Thu 09 May, 2024
सन्दर्भ
- उत्तराखंड के जंगलों में लगे भीषण आग के सिलसिले में सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए न्यायालय ने कहा कि राज्य द्वारा क्षेत्र के जंगलों, वन्यजीवों और पक्षियों को जंगल की आग के विनाशकारी प्रभाव से बचाने के लिए तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए ।
- जंगल की भीषण आग का बुझाया जाना क्लाउड सीडिंग या बारिश पर निर्भर नहीं करना चाहिए। इस समस्या से निपटने के लिए अधिकारियों को निवारक उपाय करने होंगे।
- गौरतलब है कि इस भीषण वनाग्नि का समूचे पारिस्थितिकी तंत्र पर प्रभाव दिखाई पड़ रहा है।
सुनवाई के दौरान राज्य सरकार के तर्क
- राज्य सरकार ने शीर्ष अदालत को जंगल की आग को नियंत्रित करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में सूचित किया और कहा कि "ऐसी घटनाओं के कारण राज्य में केवल 0.1% वन्यजीव क्षेत्र में आग लगी थी।"
- पिछले वर्ष नवंबर से अब तक 398 ऐसी घटनाएं हुई हैं, जो मानवीय गतिविधियों के कारण हुईं, जिनमें पांच मौतें हुईं।
दावानल का प्रभाव
- जैव-विविधता को हानि।
- प्रदूषण की समस्या में वृद्धि।
- मृदा की उर्वरता में कमी।
- वैश्विक तापन में सहायक गैसों के उत्सर्जन में वृद्धि।
- खाद्य श्रृंखला में असुंतलन।
- आर्थिक क्षति।
क्लाउड सीडिंग के बारे में
- क्लाउड सीडिंग, सूखी बर्फ या सामान्यतः सिल्वर आयोडाइड एरोसोल के बादलों के ऊपरी हिस्से में छिड़काव की प्रक्रिया है ताकि वर्षण की प्रक्रिया को प्रोत्साहित करके वर्षा कराई जा सके।
- क्लाउड सीडिंग में छोटे कणों को विमानों का उपयोग कर बादलों के बहाव के साथ फैला दिया जाता है। छोटे-छोटे कण हवा से नमी सोखते हैं और संघनन से उसका द्रव्यमान बढ़ जाता है। इससे जल की भारी बूँदें बनकर वर्षा करती हैं।
क्लाउड सीडिंग के तरीके
- हाइग्रोस्कोपिक क्लाउड सीडिंग
- स्टेटिक क्लाउड सीडिंग
- डायनेमिक क्लाउड सीडिंग
अनुप्रयोग
- शीतकालीन हिमपात और पर्वतीय हिमखण्डों को बढ़ाने के लिये क्लाउड सीडिंग की जाती है, जो आसपास के क्षेत्रों में समुदायों के लिये प्राकृतिक जल आपूर्ति सुनिश्चित कर सकता है।
- ओलावृष्टि को रोकने, कोहरे को समाप्त करने, सूखाग्रस्त क्षेत्रों में वर्षा कराने तथा वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिये भी क्लाउड सीडिंग की जा सकती है।
- इसके अलावा वनाग्नि बुझाने के लिए भी इसका प्रयोग किया जाता है।
चुनौतियाँ
- क्लाउड सीडिंग के लिये नमी युक्त मेघों की उपस्थिति की आवश्यकता होती है, जो सदैव उपलब्ध या पूर्वानुमानित नहीं होते हैं।
- क्लाउड सीडिंग ऐसे समय में नहीं हो सकती है जब अतिरिक्त वर्षा समस्याएँ उत्पन्न कर सकती है, जैसे उच्च बाढ़ जोखिम के दौरान।
- प्राकृतिक जल चक्र में परिवर्तन की संभावना बढ़ जाती है।
- मृदा एवं जल रसायनों से दूषित हो जाते हैं।
- स्थानीय जलवायु प्रभावित होती है।
परीक्षापयोगी महत्वपूर्ण तथ्य
सर्वोच्च न्यायालय
- न्यायाधीशों की नियुक्ति संविधान के अनुच्छेद 124 के तहत की जाती है।
- सर्वोच्च न्यायालय के प्रत्येक न्यायाधीश की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है।
- उत्तराखंड
- राजधानी: देहरादून
- मुख्यमंत्री: पुष्कर सिंह धामी
- राज्यपाल: गुरुमीत सिंह