18 February, 2025
प्रोजेक्ट आकाशतीर
Mon 08 Apr, 2024
हाल ही में, भारतीय सेना की आर्मी एयर डिफेंस कोर ने अपनी वायु रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने के लिए 'प्रोजेक्ट आकाशतीर ' के तहत नियंत्रण और रिपोर्टिंग सिस्टम को शामिल करने की शुरुआत की ।
पृष्ठभूमि
- 2023 में, रक्षा मंत्रालय ने ' आत्मनिर्भर भारत' पहल के तहत, भारतीय सेना के लिए 1,982 करोड़ रुपये के स्वचालित वायु रक्षा नियंत्रण और रिपोर्टिंग सिस्टम 'प्रोजेक्ट आकाशतीर ' की खरीद के लिए भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL), गाजियाबाद के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए।
- 2024 को 'टेक अवशोषण वर्ष' के रूप में नामित किया गया है, आकाशतीर नियंत्रण केंद्रों का समावेश जटिल वायु रक्षा संचालन की वर्तमान और भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा करेगा।
प्रोजेक्ट आकाशतीर
- यह पूरी प्रक्रिया को डिजिटल बनाकर वायु रक्षा नियंत्रण और रिपोर्टिंग प्रक्रियाओं को स्वचालित करने के लिए डिज़ाइन की गई एक पहल है।
- इसका उद्देश्य आकाशतीर कमांड और कंट्रोल सिस्टम को शामिल करना है।
- सभी स्तरों पर रडार और संचार प्रणालियों को एक एकीकृत नेटवर्क में एकीकृत करके, ' आकाशतीर ' का लक्ष्य अभूतपूर्व स्तर की स्थितिजन्य जागरूकता और नियंत्रण प्रदान करना है।
- इससे शत्रुतापूर्ण लक्ष्यों पर तेजी से हमला किया जा सकेगा, भ्रातृहत्या का जोखिम काफी हद तक कम हो जाएगा और विवादित हवाई क्षेत्र में मित्रवत विमानों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
लाभ
- स्वचालित वायु रक्षा नियंत्रण और रिपोर्टिंग प्रणाली 'प्रोजेक्ट आकाशतीर ' भारतीय सेना की वायु रक्षा इकाइयों को स्वदेशी, अत्याधुनिक क्षमता के साथ एकीकृत तरीके से प्रभावी ढंग से संचालित करने के लिए सशक्त बनाएगी।
- आकाशतीर भारतीय सेना के युद्ध क्षेत्रों में निचले स्तर के हवाई क्षेत्र की निगरानी करने में सक्षम होगा और ग्राउंड आधारित वायु रक्षा हथियार प्रणालियों को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करेगा।
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL)
- स्थापना : 1954
- मुख्यालय : बेंगलुरु
- उद्योग का प्रकार : एयरोस्पेस एवियोनिक्स उपग्रह संचार रक्षा
- उत्पाद : एवियोनिक्स, रडार, हथियार प्रणाली, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन, IFF
- अध्यक्ष : भानु प्रकाश श्रीवास्तव