18 February, 2025
एवियन इन्फ्लुएंजा h5n1
Sun 07 Apr, 2024
सन्दर्भ
- हाल ही में अमेरिका के टेक्सास में एक व्यक्ति के बर्ड फ्लू से संक्रमित होने के बाद से ही इसे लेकर चिंता बढ़ गई है।
- अंटार्कटिक में पेंगुइन में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद अब इंसानों के H5N1 वायरस से संक्रमित होने के बाद वैज्ञानिकों ने इस संक्रमण को लेकर चेतावनी जारी की है।
- उनका कहना है कि एच5एन1 का संक्रमण कोरोना से 100 गुना घातक हो सकता है।
प्रमुख बिंदु
- गौरतलब है कि H5N1 बर्ड फ्लू वायरस का संभावित प्रभाव विशेषज्ञों के बीच चिंता का विषय है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 2003 से H5N1 वायरस के लिए 50 प्रतिशत से अधिक की मृत्यु दर की सूचना दी है, जो वर्तमान COVID-19 की मृत्यु दर 0.1 प्रतिशत से काफी अधिक है।
- जानवरों से फैलने वाला इन्फ्लूएंजा वायरस आम तौर पर पशुओं में फैलता है। जिससे इंसानों को सतर्क रहने की आवश्यकता है, क्योंकि यह मनुष्यों को भी संक्रमित कर सकता है।
- मनुष्यों में संक्रमण मुख्य रूप से संक्रमित जानवरों या दूषित वातावरण के सीधे संपर्क के माध्यम से फैलता है।
- इस तरह के इन्फ्लूएंजा ए वायरस को एवियन इन्फ्लूएंजा, स्वाइन इन्फ्लूएंजा, या अन्य प्रकार के पशु इन्फ्लूएंजा वायरस के रूप में बांटा गया है।
- मनुष्यों में एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस संक्रमण माइल्ड अपर2 रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट (Mild Upper Respiratory Tract) के संक्रमण से लेकर अधिक गंभीर बीमारियों तक का कारण बन सकता है और यह अत्यधिक घातक हो सकता है।
- एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2003 से 25 मार्च, 2024 तक, 23 देशों से विश्व स्वास्थ्य संगठन को इंसानों में इन्फ्लूएंजा ए (एच5एन1) के संक्रमण के कुल 888 मामले पाए गए, जिनमें 463 मौतें भी शामिल हैं।
भारत में बर्ड फ्लू
- आमतौर पर भारत में बर्ड फ्लू का प्रकोप मानसून के बाद और गर्मियों की शुरुआत के बीच होता है, जो जनवरी के महीने में चरम पर होता है।
- बर्ड फ्लू महामारी न बने इसके लिए भारत सहित हर देश को वायरस के म्यूटेशन की संभावना और पशु और मानव स्वास्थ्य दोनों के लिए खतरे के कारण निरंतर निगरानी की आवश्यकता है।
बर्ड फ्लू से बचने के उपाय
- डब्ल्यूएचओ की हालिया दिशानिर्देशों में इंसानों को उच्च जोखिम वाले वातावरण जैसे जीवित पशु बाजारों और फार्मों और जीवित पोल्ट्री, या सतहों के संपर्क से बचने की सलाह दी गई है।
- इस तरह के संक्रमण से बचने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने लोगों से बार-बार हाथ धोने या अल्कोहल-आधारित हैंड सैनिटाइजकर के उपयोग करने की सलाह लोगों को दी गई है।
- इसके अलावा जानवरों के मल, बिस्तर, कच्चे दूध या ऐसी सामग्रियों के असुरक्षित संपर्क से बचना चाहिए जिनका संदिग्ध पक्षियों या अन्य जानवरों से संपर्क हुआ हो सकता है।
- H5N1 बर्ड फ्लू वायरस संक्रमण वाले संभावित जानवरों के मांस के सेवन से बचें।
- दूध को अच्छे से उबाल कर ही इसका सेवन किया जाना चाहिए। इससे इन्फ्लूएंजा वायरस को मारने में मदद मिल सकती है।
- जिन इलाकों में मुर्गी पालन होता है वहां पर जाने से बचा जाना चाहिए।
परीक्षापयोगी तथ्य
H5N1- एवियन इन्फ्लूएंज़ा क्या है ?
- यह दुनिया भर में जंगली पक्षियों में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले एवियन इन्फ्लूएंज़ा (Avian Influenza- AI) टाइप A वायरस के कारण होने वाली बीमारी है।
मनुष्यों में लक्षण
- हल्के से लेकर गंभीर इन्फ्लूएंज़ा जैसी बीमारियाँ जैसे- बुखार, खाँसी, गले में खराश, मांसपेशियों में दर्द, मतली, पेट में दर्द, दस्त, उल्टी आदि इसके लक्षणों के अंतर्गत आते हैं।
- लोगों में गंभीर श्वसन बीमारी (जैसे- साँस लेने में कठिनाई, निमोनिया, तीव्र श्वसन समस्या, वायरल निमोनिया) और मानसिक स्थिति में बदलाव, दौरे पड़ना आदि भी देखे जा सकते हैं।