18 February, 2025
उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन के 75 वर्ष पूरे
Fri 05 Apr, 2024
सन्दर्भ
- उत्तरी अटलांटिक सन्धि संगठन (नाटो) की स्थापना के 75 वर्ष पूरे हो गए हैं ।
प्रमुख बिंदु
- इस उपलक्ष्य में ब्रुसेल्स में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया।इस कार्यक्रम में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और उनके समकक्ष उपस्थित रहे।
- गौरतलब है कि मूल रूप से 12 संस्थापक सदस्य थे किंतु वर्तमान में यह संख्या लगभग तीन गुना हो गई है।
- वाशिंगटन संधि का अनुच्छेद 5 यह निर्धारित करता है कि इसके किसी भी सदस्य पर हमले का एकजुट प्रतिक्रिया से सामना किया जाएगा।
- वर्ष 2001 में अमेरिकी धरती पर अल-कायदा के हमलों के बाद, इस सन्धि का केवल एक बार उपयोग किया गया है।
उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के बारे में
- इसकी स्थापना 1949 में सोवियत संघ के विरुद्ध सामूहिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए की गई थी।
- इसके संस्थापक सदस्य संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और कई पश्चिमी यूरोपीय राष्ट्र थे।
- नाटो का प्राथमिक और सैन्य मुख्यालय ब्रुसेल्स, बेल्जियम में स्थित है।
- अपनी स्थापना के बाद से, नाटो का नौ बार विस्तार हुआ है और हाल ही में, फिनलैंड इसके गठन के 74 साल बाद 4 अप्रैल, 2023 को इसका सदस्य बना।
- वहीं स्वीडन को 32वें सदस्य के रूप में स्वीकार किया गया है, और हंगरी वर्तमान में उत्तरी अटलांटिक संधि में शामिल होने का आकांक्षी है ।
नाटो के कार्य
- नाटो एक ऐसा संगठन है जो लोकतांत्रिक मूल्यों को बढ़ावा देता है और रक्षा और सुरक्षा से संबंधित मुद्दों के समाधान के लिए अपने सदस्यों के बीच परामर्श और सहयोग की सुविधा प्रदान करता है।
- इसका प्राथमिक उद्देश्य संघर्षों को रोकना और राष्ट्रों के बीच विश्वास कायम करना है।
- वर्तमान में इसमें 32 सदस्य हैं।
- गौरतलब है कि फरवरी 2022 में रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद इसने विश्व मामलों में एक केंद्रीय भूमिका फिर से ले ली है।
- नोट : नाटो तीन गठबंधनों में भाग लेता है जो अपने 32 सदस्य देशों से परे अपने प्रभाव का विस्तार करते हैं।
- यूरो-अटलांटिक पार्टनरशिप काउंसिल (EAPC)
- भूमध्यसागरीय संवाद
- इस्तांबुल सहयोग पहल (ICI)