28 May, 2025
फूड वेस्ट इंडेक्स रिपोर्ट 2024
Fri 29 Mar, 2024
सन्दर्भ
- संयुक्त राष्ट्र की फूड वेस्ट इंडेक्स रिपोर्ट 2024 के अनुसार, विश्वभर में सालाना 1 अरब टन से ज्यादा अनाज बर्बाद होता है।
- 8 अरब के जनसंख्या वाले विश्व में वर्षभर में प्रति व्यक्ति द्वारा औसतन 79 किलो खाना बर्बाद कर दिया जाता है। जबकि विश्व में अब भी लगभग 80 करोड़ लोग भूखे सोते हैं।
प्रमुख बिंदु
- ये रिपोर्ट वर्ष 2022 के आंकड़ों पर आधारित है, जिसमें बताया गया है कि पूरी दुनिया में 2022 में 1.05 अरब टन अनाज बर्बाद हो गया जो कि उपलब्ध खाने का लगभग 19 फीसदी था।
- रिपोर्ट में बताया गया है कि खाने की बर्बादी सिर्फ अमीर या बड़े देशों तक ही सीमित नहीं है। बल्कि, छोटे और गरीब देशों में भी लगभग उतनी ही बर्बादी हो रही है। हालांकि, शहरों की तुलना में गांवों में खाने की बर्बादी कम है।
- उसकी एक वजह ये भी है कि शहरों की तुलना में गांवों में पालतू जानवर ज्यादा होते हैं और खाना उनमें बंट जाता है।
- इस यूएन रिपोर्ट के मुताबिक बिलियन मील्स सिर्फ एक अनुमान है आंकड़ा और भी अधिक हो सकता है।
- रिपोर्ट में ये भी सामने आया कि रेस्टोरेंट, कैंटीन्स, होटल्स और दूसरी फूड चेन्स से 2022 में कुल वेस्ट हुए खाने में से 28% बर्बाद हो रहा है। जबकि रिटेलर्स 12 प्रतिशत खाने की बर्बादी के लिए जिम्मेदार हैं।
- इसके अलावा जो देश गर्म क्षेत्रों में स्थित हैं, वहां घरों में प्रति व्यक्ति भोजन की बर्बादी अधिक होती है। रिपोर्ट के अनुसार, यह कोल्ड चेन की कमी और पर्याप्त अखाद्य भागों वाले ताजे खाद्य पदार्थों की बढ़ती खपत के कारण हो सकता है।
- उच्च मौसमी तापमान, अत्यधिक गर्मी की घटनाओं और सूखे की व्यापकता भंडारण, प्रसंस्करण और परिवहन में समस्या पैदा करती है, जिससे भोजन की काफी बर्बादी होती है।
- उपर्युक्त परिदृश्य के मद्देनजर इस रिपोर्ट में सिफारिश की गई है कि विभिन्न देश भोजन की बर्बादी को लगातार मापने, मजबूत राष्ट्रीय आधार रेखा विकसित करने और एसडीजी 12.3 लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रगति को ट्रैक करने के लिए इस सूचकांक का उपयोग करें।
- गौरतलब है कि वर्ष 2022 तक, काबो वर्डे, चीन, नामीबिया, सिएरा लियोन और संयुक्त अरब अमीरात सहित केवल 21 देशों ने अपनी राष्ट्रीय जलवायु योजनाओं (एनडीसी) में भोजन की हानि को शामिल किया है।
फ़ूड वेस्ट इंडेक्स रिपोर्ट के बारे में
- फ़ूड वेस्ट इंडेक्स रिपोर्ट भोजन की बर्बादी के बारे में जागरूकता बढ़ाने और सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) 12.3, जिसका लक्ष्य 2030 तक विश्व खाद्य बर्बादी को आधा करना है, को प्राप्त करने के लिए संयुक्त राष्ट्र का एक प्रयास है।
- संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) ने 2011 में पहली रिपोर्ट जारी की थी।
- वर्ष 2024 की ये रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम की तीसरी रिपोर्ट है ।
परीक्षापयोगी तथ्य
यूएनईपी
- स्थापना: 1972
- स्थापना का निर्णय: 1972 में स्टॉकहोम, स्वीडन में आयोजित मानव पर्यावरण पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन में लिया गया ।
- मुख्यालय: नैरोबी, केन्या
- निदेशक: इंगर एंडरसन