20 November, 2024
'डब्ल्यूएमओ स्टेट ऑफ द ग्लोबल क्लाइमेट- 2023' रिपोर्ट
Wed 20 Mar, 2024
सन्दर्भ
- विश्व मौसम विज्ञान संगठन ने 'डब्ल्यूएमओ स्टेट ऑफ द ग्लोबल क्लाइमेट- 2023' रिपोर्ट जारी की है।
- इसमें 2023 में जलवायु की स्थिति में ग्रीनहाउस गैस के स्तर, सतह के तापमान, समुद्र की गर्मी और अम्लीकरण एवं समुद्र के स्तर में रिकॉर्ड वृद्धि देखी गई।
प्रमुख बिंदु
- वर्ष 2023 में, ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया, जिसमें कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) का स्तर औद्योगिक क्रांति(1750) से पहले के स्तर की तुलना में 150% अधिक हो गया।
- वहीं मीथेन एवं नाइट्रस ऑक्साइड की भी सांद्रता रिकॉर्ड-उच्च स्तर पर पहुंच गई।
- इन गैसों का स्तर पूर्व-औद्योगिक (1750) स्तरों से क्रमशः 264% और 124% अधिक हो गया है। यह वृद्धि जलवायु परिवर्तन के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार है।
- इसके अलावा वर्ष 2023 में, वैश्विक औसत तापमान औद्योगिक क्रांति से पहले के स्तर की तुलना में 1.1 डिग्री सेल्सियस बढ़ गया, जो पिछले 100 वर्षों में सबसे अधिक है।
- यह वृद्धि ग्लेशियरों और समुद्री बर्फ के पिघलने, समुद्र का स्तर बढ़ने, और चरम मौसम की घटनाओं की बढ़ती आवृत्ति और तीव्रता के लिए जिम्मेदार है।
- इस रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2023 में, विश्वभर में 650 से अधिक चरम मौसम की घटनाएं दर्ज की गईं, जिनमें बाढ़, सूखा, तूफान और जंगल की आग शामिल हैं।
- इन घटनाओं से लगभग 300 मिलियन से अधिक लोग प्रभावित हुए।
- उपर्युक्त के अलावा वर्ष 2023 में महासागरों में सबसे अधिक मात्रा में ऊष्मा संग्रहित हुई।
- पिछले दो दशकों में, विशेषकर 2005-2023 तक, महासागरों के गर्म होने की दर में तेजी आई है।
- वहीं आर्कटिक समुद्री बर्फ की बात की जाए तो इसका विस्तार सामान्य से नीचे रहा, जो वार्षिक अधिकतम और न्यूनतम के लिए उपग्रह रिकॉर्ड में क्रमशः पांचवें और छठे सबसे निचले स्तर को दर्शाता है।
रिपोर्ट के निष्कर्ष
- यदि ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के लिए तत्काल और प्रभावी कार्रवाई नहीं की जाती है, तो वैश्विक तापमान 2100 तक 3 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ने की संभावना है।
- इस वृद्धि के विनाशकारी परिणाम होंगे, जिनमें अधिक चरम मौसम की घटनाएं, समुद्र का स्तर बढ़ना, खाद्य असुरक्षा, बड़े पैमाने पर विस्थापन, और जैव विविधता का नुकसान शामिल हैं।
रिपोर्ट में प्रस्तुत सिफारिशें
- ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के लिए तत्काल और महत्वाकांक्षी कार्रवाई करना।
- जीवाश्म ईंधन से स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों में बदलाव करना।
- वनों की कटाई को रोकना और वनीकरण को बढ़ावा देना।
- जलवायु परिवर्तन के अनुकूल होने के लिए निवेश करना।
आगे की राह
- जीवनशैली में परिवर्तन किया जाना यथा; कम ऊर्जा का उपभोग,कम कचरा उतपन्न करने की प्रवृत्ति विकसित करना इत्यादि ।
- नवीकरणीय ऊर्जा का प्रयोग किया जाना यथा ; सौर ऊर्जा, जल ऊर्जा, पवन ऊर्जा आदि का उपयोग ।
- जागरूकता अभियान चलाया जाना आदि ।
परीक्षापयोगी तथ्य
डब्लूएमओ के बारे में
स्थापना: 1950
मुख्यालय: जिनेवा, स्विट्जरलैंड
अध्यक्ष : अब्दुल्ला अल मंडौस