20 November, 2024
एथेनॉल 100 ईंधन
Sat 16 Mar, 2024
सन्दर्भ
- जैव ईंधन उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने नई दिल्ली में इंडियन ऑयल (IOCL) के आउटलेट से ‘एथेनॉल 100’ लॉन्च किया।
प्रमुख बिंदु
- गौरतलब है कि देश में पहले से ही 12,000 आउटलेट्स पर E-20 ईंधन उपलब्ध है।
- IOCL के 183 रिटेल आउटलेट E100 की बिक्री करेंगे।
- वहीं 15 अप्रैल तक 400 आउटलेट्स पर E100 की बिक्री शुरू हो जाएगी।
- इनमें महाराष्ट्र, यूपी, तमिलनाडु और कर्नाटक में 100-100 पेट्रोल पंपों से बिक्री शुरू की जाएगी।
- उपर्युक्त प्रयासों के माध्यम से देश ने वर्तमान एथेनॉल आपूर्ति वर्ष (ईएसवाई) 2023-24 के लिए फरवरी के अंत तक 11.60% की एथेनॉल मिश्रण दर सफलतापूर्वक हासिल कर ली है।
- आने वाले समय में भारत द्वारा 20 फीसदी एथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य समय पर हासिल करने की पूरी संभावना है।
एथेनॉल क्या है ?
- इथेनॉल को एथिल अल्कोहल के रूप में जाना जाता है। यह एक बॉयो-फ्यूल है।
- इसे मक्का, गन्ना, गेहूं और एग्री क्राप के पौधों के कंटेंट से तैयार किया जाता है।
- इसका उत्पादन फर्मेंटेशन प्रॉसेस से किया जाता है, जिसे चीनी के मॉलीक्यूलर यीस्ट या अन्य माइक्रोआर्गेनिज्म्स की क्रिया द्वारा अल्कोहल में बदला जाता है।
- इथेनॉल 100 में 92-94 फीसदी इथेनॉल, 4-5 फीसदी मोटर स्पिरिट और 1.5 फीसदी को-सॉल्वेंट हाइअर सैचुरेटेड अल्कोहल का मिश्रण है।
- यह पारंपरिक पेट्रोल के मुकाबले पर्यावरण के ज्यादा अनुकूल ईंधन ऑप्शन है।
- यह ईंधन ग्रीनहाउस गैसों के कम उत्सर्जन का उत्पादन करता है, जो जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने और वायु प्रदूषण में सुधार करने में मदद करता है।
- इथेनॉल 100 गाड़ियों के लिए भी अनुकूल है। यह गाड़ियों की इंजन क्षमता को बेहतर करता है।
एथेनॉल मिश्रण के प्राप्त हुए लाभ
- पिछले 10 वर्षों के दौरान, इन एथेनॉल मिश्रण पहलों के परिणामस्वरूप किसानों के लिए अतिरिक्त आय हुई है।
- इसके अलावा ग्रामीण रोजगार में वृद्धि हुई है।
- पर्यावरणीय दृष्टि से देखें तो 1.75 करोड़ पेड़ लगाने के बराबर कार्बन डाइऑक्साइड में कमी आई है।
- साथ ही इसके माध्यम से कुल 85,000 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा का भी बचत सम्भव हो सका है।