अग्नि 5 बैलिस्टिक मिसाइल
 
  • Mobile Menu
HOME
LOG IN SIGN UP

Sign-Up IcanDon't Have an Account?


SIGN UP

 

Login Icon

Have an Account?


LOG IN
 

or
By clicking on Register, you are agreeing to our Terms & Conditions.
 
 
 

or
 
 




अग्नि 5 बैलिस्टिक मिसाइल

Thu 14 Mar, 2024

सन्दर्भ

  • भारत ने अपनी पहली इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का सफल परीक्षण कर लिया है। 

प्रमुख बिंदु

  • यह मिसाइल भारतीय सशस्त्र बलों के लिए एक महत्वपूर्ण हथियार है। इसे 'सिटी किलर' के नाम से भी जाना जाता है। 
  • यह मल्टिपल इंडिपेंडेंटली टार्गेटेबल री-एंट्री व्हीकल (MIRV) टेक्नोलॉजी से लैस है। फलस्वरूप इसे एक साथ कई टारगेट्स पर लॉन्च किया जा सकता है। 
  • इसका पहला परीक्षण अप्रैल 2012 में हुआ था।  
  • अग्नि-5 भारत की पहली और एकमात्र इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने बनाया है। 
  • इसकी मारक क्षमता 5,000 से 7,000 किलोमीटर के बीच है। 
  • अग्नि-5 मिसाइल की रफ़्तार 30,600 किलोमीटर प्रति घंटा है।
  • अग्नि-5 मिसाइल में तीन स्टेप वाले ठोस ईंधन के इंजन का इस्तेमाल किया गया है। 
  • यह मिसाइल वायुमंडल में दोबारा प्रवेश करने से पहले अंतरिक्ष में जाती है। 
  • इसके अलावा यह मिसाइल डेढ़ टन तक न्यूक्लियर हथियार अपने साथ ले जा सकती है। 
  • यह 17.5 मीटर लंबी है एवं इसका व्यास 2 मीटर यानी 6.7 फीट है।
  • इसकी स्पीड मैक 24 है।
  • इस मिसाइल को पनडुब्बी से भी लॉन्च किया जा सकता है।
  • इसके लॉन्चिंग सिस्टम में कैनिस्टर तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इस वजह से इस मिसाइल को कहीं भी आसानी से ट्रांसपोर्ट किया जा सकता है।
  • इस मिसाइल की जद में चीन और पाकिस्तान समेत एशिया के सभी देश, यूक्रेन, रूस, जापान, इंडोनेशिया व यूरोप के कुछ हिस्से आएंगे।

एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम (IGMDP)

  • स्थापना का विचार - प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम द्वारा 
  • उद्देश्य: मिसाइल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करना
  • शुरुआत : वर्ष 1983 में
  • पूर्ण हुआ :मार्च 2012 में 
  • IGMDP के तहत विकसित मिसाइलें 
  • पृथ्वी: सतह-से-सतह पर मार करने में सक्षम कम दूरी वाली बैलिस्टिक मिसाइल।
  • अग्नि: सतह-से-सतह पर मार करने में सक्षम मध्यम दूरी वाली बैलिस्टिक मिसाइल 
  • त्रिशूल: सतह से आकाश में मार करने में सक्षम कम दूरी वाली मिसाइल
  • नाग: तीसरी पीढ़ी की टैंक भेदी मिसाइल।
  • आकाश: सतह से आकाश में मार करने में सक्षम मध्यम दूरी वाली मिसाइल। 

 परीक्षापयोगी तथ्य

  • अग्नि-1: 28 मार्च 2010 को इसका पहला सफल परीक्षण किया गया। इसकी मारक क्षमता 700 किलोमीटर है।
  • अग्नि 2: इसकी मारक क्षमता 3000 किलोमीटर है, इस मिसाइल से 1000 किलोग्राम का परमाणु बम भेजा जा सकता है।
  • अग्नि 3: जुलाई 2006 में अग्नि 3 का परीक्षण किया गया. इसकी मारक क्षमता 3000 किलोमीटर तक है।
  • अग्नि 4:  इसका परीक्षण 2011 में किया गया था। इसकी मारक क्षमता 4000 किलोमीटर है।

Latest Courses