20 November, 2024
अग्नि 5 बैलिस्टिक मिसाइल
Thu 14 Mar, 2024
सन्दर्भ
- भारत ने अपनी पहली इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का सफल परीक्षण कर लिया है।
प्रमुख बिंदु
- यह मिसाइल भारतीय सशस्त्र बलों के लिए एक महत्वपूर्ण हथियार है। इसे 'सिटी किलर' के नाम से भी जाना जाता है।
- यह मल्टिपल इंडिपेंडेंटली टार्गेटेबल री-एंट्री व्हीकल (MIRV) टेक्नोलॉजी से लैस है। फलस्वरूप इसे एक साथ कई टारगेट्स पर लॉन्च किया जा सकता है।
- इसका पहला परीक्षण अप्रैल 2012 में हुआ था।
- अग्नि-5 भारत की पहली और एकमात्र इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने बनाया है।
- इसकी मारक क्षमता 5,000 से 7,000 किलोमीटर के बीच है।
- अग्नि-5 मिसाइल की रफ़्तार 30,600 किलोमीटर प्रति घंटा है।
- अग्नि-5 मिसाइल में तीन स्टेप वाले ठोस ईंधन के इंजन का इस्तेमाल किया गया है।
- यह मिसाइल वायुमंडल में दोबारा प्रवेश करने से पहले अंतरिक्ष में जाती है।
- इसके अलावा यह मिसाइल डेढ़ टन तक न्यूक्लियर हथियार अपने साथ ले जा सकती है।
- यह 17.5 मीटर लंबी है एवं इसका व्यास 2 मीटर यानी 6.7 फीट है।
- इसकी स्पीड मैक 24 है।
- इस मिसाइल को पनडुब्बी से भी लॉन्च किया जा सकता है।
- इसके लॉन्चिंग सिस्टम में कैनिस्टर तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इस वजह से इस मिसाइल को कहीं भी आसानी से ट्रांसपोर्ट किया जा सकता है।
- इस मिसाइल की जद में चीन और पाकिस्तान समेत एशिया के सभी देश, यूक्रेन, रूस, जापान, इंडोनेशिया व यूरोप के कुछ हिस्से आएंगे।
एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम (IGMDP)
- स्थापना का विचार - प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम द्वारा
- उद्देश्य: मिसाइल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करना
- शुरुआत : वर्ष 1983 में
- पूर्ण हुआ :मार्च 2012 में
- IGMDP के तहत विकसित मिसाइलें
- पृथ्वी: सतह-से-सतह पर मार करने में सक्षम कम दूरी वाली बैलिस्टिक मिसाइल।
- अग्नि: सतह-से-सतह पर मार करने में सक्षम मध्यम दूरी वाली बैलिस्टिक मिसाइल
- त्रिशूल: सतह से आकाश में मार करने में सक्षम कम दूरी वाली मिसाइल
- नाग: तीसरी पीढ़ी की टैंक भेदी मिसाइल।
- आकाश: सतह से आकाश में मार करने में सक्षम मध्यम दूरी वाली मिसाइल।
परीक्षापयोगी तथ्य
- अग्नि-1: 28 मार्च 2010 को इसका पहला सफल परीक्षण किया गया। इसकी मारक क्षमता 700 किलोमीटर है।
- अग्नि 2: इसकी मारक क्षमता 3000 किलोमीटर है, इस मिसाइल से 1000 किलोग्राम का परमाणु बम भेजा जा सकता है।
- अग्नि 3: जुलाई 2006 में अग्नि 3 का परीक्षण किया गया. इसकी मारक क्षमता 3000 किलोमीटर तक है।
- अग्नि 4: इसका परीक्षण 2011 में किया गया था। इसकी मारक क्षमता 4000 किलोमीटर है।