20 November, 2024
वैश्विक दलहन सम्मेलन
Thu 22 Feb, 2024
सन्दर्भ
- हाल ही में भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ लिमिटेड (NAFED) और ग्लोबल पल्स कन्फेडरेशन (GPC) द्वारा संयुक्त रूप से वैश्विक दलहन सम्मेलन का आयोजन किया गया।
प्रमुख बिंदु
- ग्लोबल पल्स कन्वेंशन 2024, जिसका नाम पल्सेस: 2024 है, 14 से 17 फरवरी तक नई दिल्ली में आयोजित किया गया था।
- इस साल सम्मेलन में 40 से ज्यादा देशों ने हिस्सा लिया।
- गौरतलब है कि वर्ष 2023 का सम्मेलन सिडनी, ऑस्ट्रेलिया में आयोजित किया गया था।
वैश्विक दलहन सम्मेलन 2024 की मुख्य बातें -
- केंद्र ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में नियमित रूप से वृद्धि करके देश में दालों की खेती में सुधार के लिए पर्याप्त उपाय किए हैं।
- पिछले दशक में दालों का उत्पादन 60% बढ़कर वर्ष 2014 में 171 लाख टन से बढ़कर वर्ष 2024 में 270 लाख टन हो गया है।
- भारत ने 2027 तक दलहन के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने का लक्ष्य रखा है।
- गौरतलब है कि भारत चना और कई अन्य दलहन फसलों में आत्मनिर्भर हो गया है, केवल अरहर और उड़द में थोड़ी कमी रह गई है।
भारत में दलहन उत्पादन
- भारत विश्व में दलहन का सबसे बड़ा उत्पादक देश है।
- वैश्विक उत्पादन का 25% भारत में होता है ।
- प्रमुख निर्यात गंतव्य (2022-23): बांग्लादेश, चीन, संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका और नेपाल।
- शीर्ष दलहन उत्पादक राज्य: मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक।
दलहनी फसलों का महत्व
- यह मिट्टी को लाभ पहुंचाती है, और पौष्टिक है और छोटी जोत वाले किसानों को लाभ पहुंचाती है। यदि भारत खेती में सुधार के प्रयास करता है, तो सभी हितधारकों को लाभ मिलेगा।
चुनौतियाँ
- अन्य प्रमुख उत्पादकों की तुलना में भारत में दालों की कम उत्पादकता
- दलहन फसलों पर ध्यान न देना
- न्यूनतम समर्थन मूल्य अधिक होने के बावजूद, प्रति एकड़ दाल की कम उपज
- उच्च आयात निर्भरता
आगे की राह
- द्वितीय हरित क्रांति की ओर बढ़ना(दालों के उत्पादन पर मुख्य फोकस )
- उत्पाद विविधीकरण
- मूल्य संवर्द्धन की दिशा में प्रयास
- सम्बंधित संस्थाओं को मजबूत बनाना।
ग्लोबल पल्स कन्फेडरेशन
- वैश्विक दलहन महापरिसंघ दलहन उद्योग मूल्य श्रृंखला के सभी क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करता है।
- इसके अंतर्गत उत्पादक, शोधकर्त्ता, रसद आपूर्तिकर्त्ता, व्यापारी, निर्यातक और आयातक के साथ-साथ विभिन्न सरकारी निकाय, बहुपक्षीय संगठन, संसाधक/प्रोसेसर, उपभोक्ता शामिल हैं।
- इसमें 24 राष्ट्रीय संघ और 500 से अधिक निजी क्षेत्र के सदस्य शामिल हैं।
- यह दुबई में स्थित है ।
परीक्षापयोगी तथ्य
नैफेड (NAFED )
- स्थापना- 2 अक्तूबर, 1958
- यह बहु-राज्यीय सहकारी समिति अधिनियम के तहत पंजीकृत है।
- यह भारत में कृषि उपज के विपणन सहकारी समितियों का एक शीर्ष संगठन है।
विश्व दलहन दिवस
- प्रत्येक वर्ष 10 फरवरी को मनाया जाता है।
- इसकी शुरुआत संयुक्त राष्ट्र के अंतर्राष्ट्रीय दलहन वर्ष 2016 से हुई।
- 2024 विश्व दलहन दिवस का विषय: पौष्टिक मिट्टी और लोग
- यह विषय पर्यावरणीय स्थिरता और पोषण में फसलों की भूमिका पर प्रकाश डालता है।