28 May, 2025
जलवायु और स्वास्थ्य पर COP28 घोषणा
Mon 04 Dec, 2023
संदर्भ:
- जलवायु परिवर्तन और सार्वजनिक स्वास्थ्य के बीच संबंध को पहचानने के लिए 123 देशों ने जलवायु और स्वास्थ्य पर एक नई घोषणा पर हस्ताक्षर किए। जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन के 28वें कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज़ (COP28) का यह पहला कदम दुनिया भर में शमन और अनुकूलन को सशक्त और तेज कर सकता है ।
प्रमुख बिन्दु :
- COP28 प्रेसीडेंसी (UAE) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मिलकर 'जलवायु और स्वास्थ्य पर COP28 घोषणा' जारी की। इसके हस्ताक्षरकर्ताओं का उद्देश्य सार्वजनिक स्वास्थ्य और समुदायों को नकारात्मक और बढ़ते जलवायु प्रभावों से बचाने के लिए कार्रवाई में तेजी लाना और अत्यधिक गर्मी, वायु प्रदूषण, संक्रामक और जूनोटिक रोगों और पर्यावरणीय जोखिम कारकों के प्रभावों से निपटने के लिए स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों को मजबूत करना है।
- भारत ने जलवायु और स्वास्थ्य पर COP28 घोषणा पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया है। भारत ने इसका कारण स्वास्थ्य क्षेत्र में शीतलन के लिए ग्रीनहाउस गैसों के उपयोग को रोकने में व्यावहारिकता की कमी को बताया है।
- इस पहल की प्रक्रिया को 'चैंपियन देशों' के एक समूह द्वारा समर्थित किया गया है जिसमें भारत, ब्राजील, संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी, नीदरलैंड, मिस्र, केन्या, सिएरा लियोन, फिजी और अन्य शामिल हैं।
- घोषणा में कहा गया है कि- वायु प्रदूषण से लगभग नौ मिलियन वार्षिक मौतों और सालाना 189 मिलियन लोगों के चरम मौसम की घटनाओं के संपर्क में आने से विनाशकारी स्वास्थ्य प्रभाव पहले से ही स्पष्ट हैं। इसलिए यह इंगित करता है कि- स्वास्थ्य की सुरक्षा को जलवायु कार्रवाई का केंद्र बनना होगा।
- यह नई घोषणा अधिक जलवायु-लचीली स्वास्थ्य प्रणालियों के निर्माण के लिए नीतिगत हस्तक्षेप, उत्सर्जन को कम करने के लिए क्रॉस-सेक्टोरल सहयोग, जलवायु कार्रवाई के स्वास्थ्य लाभों को अधिकतम करने और जलवायु और स्वास्थ्य समाधानों के लिए वित्त बढ़ाने की मांग करती है।
- हस्ताक्षरकर्ताओं ने अपनी राष्ट्रीय जलवायु योजनाओं में स्वास्थ्य लक्ष्यों को शामिल करने और जलवायु परिवर्तन के स्वास्थ्य जोखिमों को दूर करने और भविष्य के सीओपी और स्वास्थ्य मंत्रिस्तरीय सहित सभी वैश्विक मंचों पर प्रगति की निगरानी के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग में सुधार करने के लिए भी सहमति व्यक्त की है।
- इस पहल का महत्वपूर्ण पहलू वित्त पर प्रतिबद्धता प्राप्त करने के लिए किया गया प्रयास है।
- स्वास्थ्य कार्रवाई पर ध्यान केंद्रित करने से उत्सर्जन में कटौती, ऊर्जा डीकार्बोनाइजेशन प्रक्रिया में तेजी लाने, स्वास्थ्य क्षेत्र में अपशिष्ट को कम करने और जलवायु नीतियों में स्वास्थ्य संबंधी विचारों के बेहतर एकीकरण को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
- स्वास्थ्य सुरक्षा के साथ जलवायु कार्रवाई को एकीकृत करने के प्रयास 2016 में ही शुरू हो गए थे।
'कॉप'(COP ) क्या है।
- संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन, जलवायु कार्रवाई पर केन्द्रित, सरकारी स्तर की विशाल वार्षिक सभाएँ हैं। इन्हें कॉप(COP ) – यानि जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (UNFCCC) के पक्षों का सम्मेलन भी कहा जाता है ।
- UNFCCC कन्वेंशन, जलवायु प्रणाली में "ख़तरनाक" मानवीय हस्तक्षेप को रोकने के लिए 21 मार्च 1994 को लागू हुआ था ।
- वर्तमान में 198 देशों द्वारा अनुमोदित इसकी सदस्यता लगभग सार्वभौमिक है.
- 2015 में अपनाया गया पेरिस समझौता, इसी कन्वेंशन का विस्तृत रूप है ।
- 2015 में COP21 में पेरिस जलवायु समझौता: वैश्विक औसत तापमान वृद्धि को 2 डिग्री सैल्सियस से नीचे रोकना और वृद्धि को पूर्व-औद्योगिक स्तरों से 1.5 डिग्री सैल्सियस तक सीमित करने के प्रयासों को आगे बढ़ाना ।
COP 28
- बेहद महत्वपूर्ण बदलाव लाएगा, जहाँ देश न केवल इस बात पर सहमत होंगे कि 'क्या' मज़बूत जलवायु कार्रवाई की जाए, बल्कि यह भी स्पष्ट किया जाएगा कि उन पर अमल 'कैसे' किया जाए ।
- जलवायु वित्त पर पेरिस लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में प्रगति को मापना और मौजूदा योजनाओं को अपनाना, समस्या का एक महत्वपूर्ण आयाम है, और इसी कारण COP28 का इतना अधिक महत्व है, पहला वैश्विक स्टॉकटेक, ग्लासगो में COP26 में शुरू हुआ था , जो दुबई में समाप्त होगा।
जलवायु कार्रवाई लक्ष्य
- तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सैल्सियस तक सीमित करना
- 2010 के स्तर की तुलना में 2030 तक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में 45 प्रतिशत की कमी
- 2050 तक वैश्विक नैट ज़ीरो उत्सर्जन हासिल करना
- जलवायु व्यवधान के प्रति अनुकूलन और सहनसक्षमता में निवेश बढ़ाना
महत्वपूर्ण तथ्य
- संयुक्त अरब अमीरात
- राष्ट्रपति: मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान
- राजधानी: अबू धाबी
- मुद्रा: UAE दिरहम