18 February, 2025
अंतर्राष्ट्रीय चीनी संगठन
Sat 25 Nov, 2023
संदर्भ
- चीनी और संबंधित उत्पादों पर शीर्ष अंतर्राष्ट्रीय निकाय , अंतर्राष्ट्रीय चीनी संगठन (आईएसओ) ने अपनी 63वीं परिषद बैठक में वर्ष 2024 के लिए भारत को इस संगठन का अध्यक्ष बनाये जाने की घोषणा की।
- इस संगठन का मुख्यालय लंदन में है।
- लगभग 90 देश इस संगठन के सदस्य हैं।
प्रमुख बिंदु
- गौरतलब है कि भारत दुनिया में चीनी का सबसे बड़ा उपभोक्ता और दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश रहा है।
- वैश्विक चीनी खपत में लगभग 15 प्रतिशत हिस्सेदारी और चीनी के लगभग 20 प्रतिशत उत्पादन के साथ, भारतीय चीनी रुझान वैश्विक बाजारों को बहुत प्रभावित करते हैं।
- यह अग्रणी स्थिति भारत को अंतर्राष्ट्रीय चीनी संगठन (आईएसओ) का नेतृत्व करने के लिए सबसे उपयुक्त राष्ट्र बनाती है।
- इसके अलावा भारत ने हरित ऊर्जा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और घरेलू बाजार में अधिशेष चीनी की चुनौतियों को जीवाश्म ईंधन आयात के समाधान में बदलने की क्षमता दिखाई है और इसे सीओपी 26 लक्ष्यों को पूरा करने के लिए एक उपकरण के रूप में पेश किया है।
- यह उल्लेखनीय है कि भारत में इथेनॉल मिश्रण प्रतिशत 2019-20 में 5 प्रतिशत से बढ़कर 2022-23 में 12 प्रतिशत हो गया है, जबकि इसी अवधि के दौरान उत्पादन 173 करोड़ लीटर से बढ़कर 500 करोड़ लीटर से अधिक हो गया है।
- तकनीकी पक्ष पर भी, राष्ट्रीय चीनी संस्थान, कानपुर ने अपना विस्तार किया है और इस क्षेत्र में नवीनतम प्रौद्योगिकियों और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने के लिए इंडोनेशिया, नाइजीरिया, मिस्र, फिजी आदि सहित कई देशों के साथ सहयोग कर रहा है।
भारत का लक्ष्य
- वर्ष 2024 में आईएसओ की अपनी अध्यक्षता की अवधि के दौरान भारत का जोर सभी सदस्य देशों से समर्थन और सहयोग के साथ ही गन्ने की खेती, चीनी तथा इथेनॉल उत्पादन में अधिक टिकाऊ प्रथाओं को अपनाने और उप-उत्पादों के बेहतर उपयोग के लिए सभी सदस्य देशों को एक साथ लाने पर रहेगा ।
परीक्षापयोगी तथ्य
- भारत में शीर्ष गन्ना उत्पादक राज्य - उत्तर प्रदेश> महाराष्ट्र> कर्नाटक।
- भारत का प्रमुख चीनी संगठन - इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन ।
गन्ने की वृद्धि के लिये भौगोलिक स्थितियाँ -
- तापमान: गर्म और आर्द्र जलवायु के साथ 21-27 °C के मध्य।
- वर्षा: लगभग 75-100 सेमी.।
- मृदा का प्रकार: गहरी दोमट मृदा ।