20 November, 2024
भारत में खसरा रोग
Sat 18 Nov, 2023
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 2022 में 11 लाख बच्चे खसरे के टीके की पहली खुराक लेने से चूक गए, जिससे भारत उन 10 देशों में शामिल हो गया, जहां खसरे से प्रभावित बच्चों की संख्या सबसे अधिक है।
पृष्ठभूमि
- खसरा, एक अत्यधिक संक्रामक वायरल रोग है, जो संक्रमित व्यक्ति की सांस, छींक या खांसी से प्रसारित श्वसन बूंदों से फैलता है।
- इसके परिणामस्वरूप गंभीर बीमारी या मृत्यु भी हो सकती है। 2021 में 22 देशों की तुलना में, 2022 में लगभग 37 देशों में खसरे का भयावह प्रकोप देखा गया।
रिपोर्ट के प्रमुख बिंदु
- वैश्विक स्तर पर कोविड महामारी के दौरान खसरे के विरुद्ध टीकाकरण 2008 के बाद से सबसे निचले स्तर पर आ गया है, जिसके कारण 2022 में इस बीमारी मामलों में 18% की वृद्धि और इस प्रकोप से मृत्युदर में 43% की वृद्धि हुई।
- भारत भी उन 37 देशों में शामिल है, जहां बड़े या विघटनकारी प्रकोप देखे गए, 2022 में 40,967 खसरे के मामले दर्ज किए गए।
- टीकाकरण पर विशेषज्ञों के रणनीतिक सलाहकार समूह के अनुसार, खसरा उन्मूलन अभी भी नही हुआ है, क्योंकि ये बीमारी उन कई देशों में फिर से उभर आई है जो उन्मूलन के लक्ष्य को हासिल कर चुके थे या हासिल करने के करीब थे।
खसरा उन्मूलन की दिशा में भारत का प्रयास
- 2023 तक खसरा और रूबेला के उन्मूलन हेतु, भारत ने केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के एक प्रमुख नियमित टीकाकरण अभियान, गहन मिशन इंद्रधनुष के तहत 95 प्रतिशत आबादी को खसरे और रूबेला वैक्सीन की दो खुराक से टीका लगाने की योजना बनाई है।
परीक्षा हेतु महत्वपूर्ण तथ्य
मिशन इंद्रधनुष
- प्रारंभ: 2015
- प्रावधान: 12 वैक्सीन-निवारक रोगों (वीपीडी) यानी डिप्थीरिया, काली खांसी, टेटनस, पोलियो, तपेदिक, हेपेटाइटिस बी, मेनिनजाइटिस और निमोनिया, हीमोफिलस इन्फ्लुएंजा प्रकार बी संक्रमण, जापानी एन्सेफलाइटिस (जेई), रोटावायरस वैक्सीन, न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन ( पीसीवी) और खसरा-रूबेला (एमआर)।
विश्व स्वास्थ्य संगठन
- मुख्यालय: जिनेवा, स्विट्जरलैंड
- स्थापना: 7 अप्रैल 1948
- महानिदेशक: टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस
खसरा रोग
- इसके कारण: वायरस (मोर्बिलीवायरस जीनस का राइबोन्यूक्लिक एसिड वायरस)
- संक्रमण: श्वसन तंत्र