20 November, 2024
भारत एवं श्रीलंका के मध्य ईटीसीए पर 12वें दौर की वार्ता-
Fri 03 Nov, 2023
सन्दर्भ -
- भारत और श्रीलंका ने 30 अक्टूबर से 1 नवंबर तक कोलंबो, श्रीलंका में आर्थिक एवं प्रौद्योगिकी सहयोग समझौते (ईटीसीए) पर 12वें दौर की वार्ता की।
- तीन दिवसीय बैठक 30 अक्टूबर से 1 नवंबर तक श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में आयोजित की गई थी।
पृष्ठभूमि -
- दरअसल दोनों देशों के मध्य 2016 से 2018 तक 11 दौर की द्विपक्षीय वार्ता हुई। इसके बाद वार्ता रोक दी गई थी।
- अब भारत और श्रीलंका ने आर्थिक एवं प्रौद्योगिकी सहयोग समझौते (ईटीसीए) पर फिर से वार्ता शुरू की हैं।
मुख्य बिंदु -
- श्रीलंकाई प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व मुख्य वार्ताकार के. जे. वीरसिंघे ने किया और भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व सरकार के वाणिज्य विभाग के संयुक्त सचिव और मुख्य वार्ताकार अनंत स्वरूप ने किया।
- इस वार्ता से दोनों देशों के लिए व्यापार और आर्थिक सहयोग के नए अवसर खुलने की आशा है।
- इस दौर की वार्ता में, दोनों पक्षों ने 11वें दौर तक हुई प्रगति का जायजा लिया और वस्तुओं में व्यापार, व्यापार में तकनीकी बाधाएं, स्वच्छता और पादप स्वच्छता उपाय, सेवाओं में व्यापार, सीमा शुल्क प्रक्रिया व व्यापार सुविधा, उत्पत्ति के नियम, व्यापार उपाय, आर्थिक और टेक्नोलॉजी सहयोग तथा विवाद निपटान सहित विभिन्न विषयों पर चर्चा की।
- इसके अलावा दोनों पक्षों ने समन्वय के क्षेत्रों के साथ उन क्षेत्रों की भी पहचान की, जहां उन्हें रचनात्मक समाधान ढूंढने की आवश्यकता है।
- दोनों पक्षों ने कार्यान्वयन पर प्रगति की समीक्षा की और 9 मुद्दों को हल होने के रूप में छोड़ने का निर्णय लिया।
भारत-श्रीलंका संबंध:
- भारत, श्रीलंका का निकटतम पड़ोसी है। भारत और श्रीलंका के बौद्धिक, सांस्कृतिक, धार्मिक और भाषायी विरासत संबंधों का इतिहास 2,500 वर्षों से भी अधिक पुराना है।
- बौद्ध धर्म, जिसकी उत्पत्ति भारत में हुई, श्रीलंका में भी एक महत्त्वपूर्ण धर्म है।
- भारत, श्रीलंका के वित्तपोषण और ऋण पुनर्गठन के लिये अपना समर्थन पत्र सौंपने वाला पहला देश था।
- दोनों महत्त्वपूर्ण हिंद महासागर के देश हैं और उनके संबंधों को व्यापक क्षेत्रीय एवं हिंद महासागर संदर्भ में देखा जाता है।
- भारत और श्रीलंका दोनों भारत के दक्षिणी भाग से श्रीलंका तक एक बहु-उत्पाद पेट्रोलियम पाइपलाइन स्थापित करने पर सहमत हुए हैं।
- श्रीलंका ने अब भारत की UPI सेवा को अपनाया है, जो दोनों देशों के बीच फिनटेक कनेक्टिविटी बढ़ाने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है।
- भारत और श्रीलंका संयुक्त सैन्य (मित्र शक्ति) तथा नौसेना अभ्यास (SLINEX) आयोजित करते हैं।
- अमेरिका और ब्रिटेन के बाद भारत, श्रीलंका का तीसरा सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य है। श्रीलंका अपने 60% से अधिक के निर्यात हेतु भारत-श्रीलंका मुक्त व्यापार समझौते का लाभ उठाता है। भारत, श्रीलंका में एक प्रमुख निवेशक भी है।
भारत-श्रीलंका संबंधों में चुनौतियाँ:
- भारत तथा श्रीलंका के बीच सुभेद्य समुद्री सीमा (Porous Maritime Boundary) सीमा सुरक्षा एवं नशीले पदार्थों और अवैध आप्रवासियों सहित सामानों की तस्करी
- श्रीलंका में जातीय संघर्ष, विशेष रूप से तमिल अल्पसंख्यकों से जुड़ा, भारत-श्रीलंका संबंधों में एक संवेदनशील विषय रहा है।
- ने श्रीलंका पर चीन के बढ़ते आर्थिक और रणनीतिक प्रभाव के बारे में चिंता व्यक्त की है, जिसमें बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं तथा हंबनटोटा बंदरगाह के विकास में चीनी निवेश शामिल है
आगे की राह
- दोनों देश व्यापार असंतुलन को कम करने और अधिक आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर सकते हैं।
- भारत और श्रीलंका दोनों को यह सुनिश्चित करना चाहिये कि उनके द्विपक्षीय संबंध मज़बूत रहें तथा बाहरी शक्तियों से अनावश्यक रूप से प्रभावित न हों।
- सांस्कृतिक आदान-प्रदान, पर्यटन और शैक्षिक संबंधों को प्रोत्साहित करने से दोनों देशों के नागरिकों के बीच संपर्क तथा समझ को बढ़ावा मिल सकता है।
- तमिल समुदाय के कल्याण और अधिकारों का सम्मान तथा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये भारत श्रीलंका के साथ जुड़ाव जारी रख सकता है
परीक्षापयोगी महत्पूर्ण तथ्य
श्रीलंका -
- राजधानी:श्री जयवर्धनेपुरा कोट्टी (विधायी)
- कोलंबो (कार्यकारी और न्यायिक)
- सबसे बड़ा नगर:कोलम्बो
- राष्ट्रपति: रानिल विक्रम सिंह
- प्रधान मंत्री: दिनेश गुणवर्धने