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राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड -

Sun 08 Oct, 2023

संदर्भ:

  • 4 अक्तूबर 2023 को भारत सरकार ने राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड के गठन को अधिसूचित किया।
  • राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड हल्दी से संबंधित मामलों में नेतृत्व प्रदान करेगा, प्रयासों को मजबूत बनाएगा तथा हल्दी क्षेत्र के विकास और वृद्धि में मसाला बोर्ड और अन्य सरकारी एजेंसियों के साथ अधिक समन्वय की सुविधा प्रदान करेगा।

प्रमुख बिंदु:

  • राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड हल्दी के बारे में जागरूकता और खपत बढ़ाएगा तथा निर्यात बढ़ाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नए बाजार विकसित करेगा।
  •  हल्दी बोर्ड (National Turmeric Board) में केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त एक अध्यक्ष, आयुष मंत्रालय के सदस्य, केंद्र सरकार के फार्मास्यूटिकल्स, कृषि और किसान कल्याण, वाणिज्य और उद्योग विभाग समेत तीन राज्यों के सरकार के प्रतिनिधि (रोटेशन के आधार पर) होंगे।
  • जबकि वाणिज्य विभाग द्वारा एक सचिव की नियुक्ति की जाएगी।
  • केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय के तहत बोर्ड, भारत में हल्दी और हल्दी से संबंधित उत्पादों के विकास और वृद्धि के लिए समर्पित होगा।
  • इस बोर्ड के गठन के पश्चात भारत से हल्दी का निर्यात 2030 तक बढ़कर 1 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की आशा है ।

 हल्दी उत्पादन में भारत का स्थान:

  • भारत विश्व में हल्दी का सबसे बड़ा उत्पादक, उपभोक्ता और निर्यातक है।
  • वर्ष 2022-23 में, 11.61 लाख टन (वैश्विक हल्दी उत्पादन का 75% से अधिक) के उत्पादन के साथ भारत में 3.24 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हल्दी की खेती की गई ।
  • भारत में हल्दी की 30 से अधिक किस्में उगाई जाती हैं और यह देश के 20 से अधिक राज्यों में उगाई जाती है।

 परीक्षा उपयोगी महत्पूर्ण तथ्य

हल्दी:

  • हल्दी (टर्मरिक) एक भारतीय वनस्पति है। यह अदरक की प्रजाति का 5-6 फुट तक बढ़ने वाला पौधा है जिसमें जड़ की गाठों में हल्दी मिलती है। 
  • प्राचीन औषधि ग्रंथों में इसे हल्दी के अतिरिक्त हरिद्रा, कुरकुमा लौंगा, गौरी, क्रिमिघ्ना योशितप्रीया, हट्टविलासनी, हरदल, कुमकुम, टर्मरिक नाम दिए गए हैं।
  • खाने में इसका उपयोग अक्सर स्वाद या रंग के लिए किया जाता है।
  • हल्दी में करक्यूमिन नामक रसायन पाया जाता है। करक्यूमिन हल्दी को पीला रंग एवं सूजन को कम करता है।
  • वैज्ञानिकों द्वारा हल्दी को लेकर किए गए रिसर्च के अनुसार , इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटीइंफ्लेमेटरी, केलोरेटिक, एंटीमाइक्रोबियल, एंटीसेप्टिक, एंटी कैंसर, एंटीट्यूमर, हेपटोप्रोटेक्टिव (लिवर को सुरक्षित रखने वाला गुण), कार्डियोप्रोटेक्टिव (हृदय को सुरक्षित रखने वाला गुण) और नेफ्रोप्रोटेक्टिव (किडनी को नुकसान से बचाने वाला गुण) गुण होते हैं।

 हल्दी के सबसे बड़े उत्पादक राज्य

  •  महाराष्ट्र,
  • तेलंगाना,
  • कर्नाटक,
  • तमिलनाडु 

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