बिहार जाति आधारित गणना की रिपोर्ट
 
  • Mobile Menu
HOME BUY MAGAZINEnew course icon
LOG IN SIGN UP

Sign-Up IcanDon't Have an Account?


SIGN UP

 

Login Icon

Have an Account?


LOG IN
 

or
By clicking on Register, you are agreeing to our Terms & Conditions.
 
 
 

or
 
 




बिहार जाति आधारित गणना की रिपोर्ट

Thu 05 Oct, 2023

संदर्भ:

  • 2 अक्टूबर ,2023 को जाति आधारित गणना के आंकड़े प्रकाशित कर दिए गए हैं।
  • इस रिपोर्ट के अनुसार अत्यंत पिछड़ा वर्ग (EBCs) और अन्य पिछड़ा वर्ग (obc) मिलकर राज्य के 13 करोड़ की आबादी का लगभग 63% हैं।
  • गौरतलब है कि बिहार विधानमंडल ने 18 फरवरी 2019 को राज्य में जाति आधारित जनगणना (सर्वे) कराने का प्रस्ताव पारित किया था।

पृष्ठभूमि -

  • बिहार विधानमंडल ने सर्वसम्मति से दो बार जाति जनगणना पर सहमति व्यक्त करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया - प्रथमतया 18 फरवरी, 2019 को और ततपश्चात 27 फरवरी, 2020 को ।
  • 23 अगस्त, 2021 को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सहित एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए दिल्ली गया और उनसे देश में जाति जनगणना कराने का आग्रह किया।
  • हालाँकि, जब केंद्र सरकार ने बाद में लोकसभा में कहा कि नीति के तहत उसने जाति-वार जनगणना नहीं करने का निर्णय लिया है, तो बिहार सरकार ने जून, 2022 में राज्य में अपने दम पर जाति सर्वेक्षण करने के लिए अधिसूचना जारी की।
  • ततपश्चात इस सर्वे के लिए अपनी आकस्मिक निधि से ₹ 500 करोड़ आवंटित किए।
  • दो चरणों की गणना प्रक्रिया इस साल अगस्त में पूरी हुई, जिसमें लगभग 2.64 लाख प्रगणकों ने 29 मिलियन पंजीकृत परिवारों का विवरण दर्ज किया।
  • सर्वेक्षण प्रपत्र में उल्लिखित सभी 214 जातियों को अलग-अलग व्यक्तिगत कोड आवंटित किए गए थे और जनसंख्या की सामाजिक-आर्थिक प्रोफ़ाइल का पता लगाने के लिए सर्वेक्षण को 17 बिंदुओं में विभाजित किया गया था।

 सर्वेक्षण के परिणाम - 

  • रिपोर्ट के अनुसार अति पिछड़ा वर्ग 27.12 प्रतिशत, अत्यन्त पिछड़ा वर्ग 36.01 प्रतिशत, अनुसूचित जाति 19.65 प्रतिशत, अनुसूचित जनजाति 1.68 प्रतिशत और अनारक्षित यानी सवर्ण 15.52 प्रतिशत हैं।
  • उक्त जातिगत सर्वे के माध्यम से बिहार की आबादी का धार्मिक आधार भी ज्ञात हुआ है यथा ;
  • बिहार में हिंदू धर्म को मानने वाले लोग कुल आबादी के 81.9% हैं ।
  • वहीं मुस्लिम धर्म को मानने वाले लोग कुल आबादी का 17.7% हैं।
  • इसके साथ ही ईसाई 0.05 प्रतिशत, बौद्ध 0.08 प्रतिशत, जैन 0.009 प्रतिशत हैं ।
  • इसके अलावा 2146 लोग ऐसे भी हैं जो किसी धर्म को नहीं मानते।

 जातिगत जनगणना का इतिहास-

  • वर्ष 1931 तक भारत में जातिगत जनगणना का अस्तित्व था।
  • वर्ष 1941 में जनगणना के समय जाति आधारित डेटा का संकलन किया गया किंतु इसे प्रकाशित नहीं किया गया।
  • वर्ष 1951 से 2011 तक की जनगणना में
  • एससी एवं एसटी का आंकड़ा दिया गया किंतु अन्य जातियों का आंकड़ा प्रस्तुत नहीं किया गया।
  • 2011 में SECC अर्थात सामाजिक -आर्थिक जातिगत जनगणना आधारित आंकड़ा संकलित किया गया एवं इसकी जिम्मेदारी ग्रामीण विकास मंत्रालय और शहरी विकास मंत्रालय को सौंपी गई।
  • वहीं वर्ष 2016 में  जातिगत आँकड़े प्रकाशित नहीं हुए।

 परीक्षा हेतु महत्वपूर्ण तथ्य

बिहार

  • गठन : 22 मार्च, 1912
  • राजधानी : पटना
  • मुख्यमंत्री :  नीतीश कुमार
  • कुल ज़िले : 38
  • उच्च न्यायालय : पटना
  • सबसे पश्चिमी ज़िला : कैमूर
  • प्रमुख वन प्रकार
  • -पर्णपाती

Latest Courses